प्रेम
सच्चे प्रेम में कोई अपेक्षाए नही रहती, न ही उसमें एक दूसरे की गलतियाँ दिखती है|
अक्रम विज्ञान, एक ऐसा आध्यात्मिक विज्ञान है जो व्यवहार में उपयोगी है और मोक्ष प्राप्ति के लिए एक ‘शार्टकट’ रास्ता है।
अधिक पढ़ें“यदि खुद के स्वरूप को पहचान लिया तो फिर वह, खुद ही परमात्मा है |”
~ परम पूज्य दादा भगवान
दादा भगवान फाउन्डेशन प्रचार करता हैं, अक्रम विज्ञान के आध्यात्मिक विज्ञान का – आत्मसाक्षात्कार के विज्ञान का। जो परम पूज्य दादा भगवान द्वारा बताया गया है।
अधिक पढ़ेंअहमदाबाद से २० की.मी. की दूरी पर सीमंधर सिटी, एक आध्यात्मिक प्रगति की जगह है| जो "एक स्वच्छ, हरा और पवित्र शहर" जाना जाता है|
अधिक पढ़ेंअक्रम विज्ञानी, परम पूज्य दादा भगवान, द्वारा प्रेरित एक अनोखा निष्पक्षपाति त्रिमंदिर।
रिश्तों में प्रोब्लम्स क्यों होते हैं? संबंधों में होते टकरावों को कैसे टालें? घर में खुशी से कैसे रहें? घर में कैसे जीएँ, यह लोगों को पता नहीं है। घर में एक दूसरे की गलती नहीं निकालनी चाहिए। परम पूज्य दादाश्री कहते हैं, "आपको दुनिया नहीं जीतनी है, सिर्फ अपने परिवारवालों को जीतना है"
जब तक आप दूसरों के दोष देखते रहेंगे, तभी तक आपके लिए दुनिया में दुःख रहेंगे। जब पूरे जगत् को आप निर्दोष देखेंगे, तब आप मुक्ति का अनुभव करेंगे "
दूसरों के दोष देखना हम कैसे बंद करें? हम दोष मुक्त दृष्टि कैसे पाएँ? जिसे आत्मज्ञान प्राप्त नहीं हुआ है, उसे खुद के दोष कभी नहीं दिखते, बल्कि उन्हें दूसरों के ही दोष दिखते हैं।
आत्मज्ञान प्राप्त करके आप भी शांति और खुशी का अनुभव कर सकते हैं।
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