अक्रम विज्ञान, एक ऐसा आध्यात्मिक विज्ञान है जो व्यवहार में उपयोगी है और मोक्ष प्राप्ति के लिए एक ‘शार्टकट’ रास्ता है।
अधिक पढ़ें“यदि खुद के स्वरूप को पहचान लिया तो फिर वह, खुद ही परमात्मा है |”
~ परम पूज्य दादा भगवान
दादा भगवान फाउन्डेशन प्रचार करता हैं, अक्रम विज्ञान के आध्यात्मिक विज्ञान का – आत्मसाक्षात्कार के विज्ञान का। जो परम पूज्य दादा भगवान द्वारा बताया गया है।
अधिक पढ़ेंअहमदाबाद से २० की.मी. की दूरी पर सीमंधर सिटी, एक आध्यात्मिक प्रगति की जगह है| जो "एक स्वच्छ, हरा और पवित्र शहर" जाना जाता है|
अधिक पढ़ेंअक्रम विज्ञानी, परम पूज्य दादा भगवान, द्वारा प्रेरित एक अनोखा निष्पक्षपाति त्रिमंदिर।
‘जो है वह’ दिखाई नहीं देता और ‘जो नहीं है वह’ दिखाई देता है, इसीका नाम मोह!
परम पूज्य दादा भगवानहमें आत्मा संबंधी हमें नहीं करने दे, वे सभी हमारे विरोधी-कषाय हैं, उन पर हम ध्यान देंगे।
परम पूज्य दादा भगवानकषायों का निवारण, उसीका नाम मोक्ष। पहले कषायों का निर्वाण होता है फिर ‘वह’(आत्मा का निर्वाण)!
परम पूज्य दादा भगवानजहाँ कषाय हैं, वहाँ समकित नहीं है और जहाँ समकित है, वहाँ कषाय नहीं हैं।
परम पूज्य दादा भगवानजिसके पास क्रोध है, वह क्रोध के ताप से सामनेवाले को वश में करने जाता है और जिसके पास क्रोध नहीं है, वह शील नामक चरित्र से सबको वश में कर सकता है! जानवर भी उसके वश हो जाते हैं!!!
परम पूज्य दादा भगवानऑटो रिक्शा में सवार होकर रास्ते में पैसे बिखेरते जाना, तेरा लोभ का स्वभाव छूट जाएगा।
परम पूज्य दादा भगवानलोभी के दो गुरु एक धूर्त और दूसरा घाटा। घाटा आने पर लोभ की गाँठ एकदम से टूट जाती है!
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