प्रतिक्रमण कैसे करे?
प्रतिक्रमण कैसे करते हैं? हमारे द्वारा जिस व्यक्ति को दुःख हुआ है, उस व्यक्ति के शुद्धात्मा को प्रार्थना कर के क्षमा मांगते हैं|
अक्रम विज्ञान, एक ऐसा आध्यात्मिक विज्ञान है जो व्यवहार में उपयोगी है और मोक्ष प्राप्ति के लिए एक ‘शार्टकट’ रास्ता है।
अधिक पढ़ें21 मार्च |
दादा भगवान फाउन्डेशन प्रचार करता हैं, अक्रम विज्ञान के आध्यात्मिक विज्ञान का – आत्मसाक्षात्कार के विज्ञान का। जो परम पूज्य दादा भगवान द्वारा बताया गया है।
अधिक पढ़ेंअहमदाबाद से २० की.मी. की दूरी पर सीमंधर सिटी, एक आध्यात्मिक प्रगति की जगह है| जो "एक स्वच्छ, हरा और पवित्र शहर" जाना जाता है|
अधिक पढ़ेंअक्रम विज्ञानी, परम पूज्य दादा भगवान, द्वारा प्रेरित एक अनोखा निष्पक्षपाति त्रिमंदिर।
हम में से कई लोग धार्मिक क्रियाएँ करते हैं, हम कठिन तप, व्रत, मेडिटेशन और ऐसी अन्य तपस्याएँ करते हैं, इसके बावजूद भी क्यों हमारे मन-वचन-काया से व्यवहार में गलतियाँ होती ही रहती है और हमें आंतरिक शांति नहीं मिलता?
हमें जब अपनी गलतियों का एहसास हो तो हमें क्या करना चाहिए और उनसे कैसे मुक्त हुआ जा सकता है? प्रतिक्रमण किस प्रकार से करें? अपने पापों का प्रायश्चित किस तरह करें? फिर ऐसा न हो इसलिए क्या करें?
किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जिसने बहुत बुरे कर्म किए हैं, क्या अच्छे कर्म करना सँभव है? क्या इन प्रश्नों के कोई जवाब है कि जिनसे अनंत काल से लोग त्रस्त हैं?
विश्व भर में कई लोग आंतरिक शांति का अनुभव कर रहे हैं। ज्ञानीपुरुष दादा भगवान द्वारा दिए गए भाव प्रतिक्रमण द्वारा घृणा और द्वेष को जड़ मूल से खत्म कर रहे हैं।
आप खुद यह अनुभव करके आश्चर्य चकित रह जाएँगे कि किस प्रकार प्रतिक्रमण से दुश्मनी और बदला लेने की भावना आपके जीवन में से खत्म हो जाती है।
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