अक्रम विज्ञान, एक ऐसा आध्यात्मिक विज्ञान है जो व्यवहार में उपयोगी है और मोक्ष प्राप्ति के लिए एक ‘शार्टकट’ रास्ता है।
अधिक पढ़ें“यदि खुद के स्वरूप को पहचान लिया तो फिर वह, खुद ही परमात्मा है |”
~ परम पूज्य दादा भगवान
दादा भगवान फाउन्डेशन प्रचार करता हैं, अक्रम विज्ञान के आध्यात्मिक विज्ञान का – आत्मसाक्षात्कार के विज्ञान का। जो परम पूज्य दादा भगवान द्वारा बताया गया है।
अधिक पढ़ेंअहमदाबाद से २० की.मी. की दूरी पर सीमंधर सिटी, एक आध्यात्मिक प्रगति की जगह है| जो "एक स्वच्छ, हरा और पवित्र शहर" जाना जाता है|
अधिक पढ़ेंअक्रम विज्ञानी, परम पूज्य दादा भगवान, द्वारा प्रेरित एक अनोखा निष्पक्षपाति त्रिमंदिर।
दो व्यक्तियों के मिलन का मतलब है दो अहंकारों का इकट्ठा होना। ऐसे में विवाहित जीवन में खड़ी हुई मुश्किलों को कैसे निपटाया जाए? हम लोगो में से कईयों को... Read More
माता-पिता और बच्चों का संबंध अनादि काल से है। माता-पिता और बच्चों के संबंध को आदर्श बनाने के प्रयत्न आपको हर कहीं देखने को मिलते हैं। किशोर बच्चों... Read More
इस जीवन का लक्ष्य क्या है? हर कोई अपना जीवन जीते हैं, लेकिन सच्चा जीवन वही है जो क्लेशमुक्त हो। पति-पत्नी के बीच प्यार होने के बावजूद, दोनों के बीच... Read More
क्या जीवन में से ईर्ष्या, संदेह, क्रोध, घृणा और अभाव को सफलतापूर्वक दूर करने का कोई तरीका है? अपने जीवन में से टकराव को कैसे दूर कर सकते हैं? अपने... Read More
टकराव जीवन की एक हक़ीक़त है। इच्छा नहीं होने के बावजूद भी हम किसी के साथ टकराव में आ जाते हैं और दूसरों के दोष देखते हैं। ऐसा क्यों? इसका कारण जीवन... Read More
जीवन में किसी न किसी कारण से क्रोध हो जाता है। आपने कभी क्रोध के बारे में गंभीरता से सोचा है? क्रोध क्या है? क्रोध क्यों आता है और उसके परिणाम क्या... Read More
रिश्तों में प्रोब्लम्स क्यों होते हैं? संबंधों में होते टकरावों को कैसे टालें? घर में खुशी से कैसे रहें? घर में कैसे जीएँ, यह लोगों को पता नहीं है।... Read More
जीवन में सिर्फ एक ही चीज़ अपरिवर्तनशील है,और वह है परिवर्तन। आश्चर्य की बात यह है कि लोग इसका विरोध करते हैं। अगर परिवर्तन स्थायी है तो क्या हमें... Read More
सच्चाप्रेम हो तो पूरी ज़िंदगी कोई अपनी पत्नी या बच्चों की गलतियाँ नहीं देखेगा।प्रेममें कोई कभी भी किसी की गलतियाँ नहीं देखता। ज़रा देखिए लोग कैसे एक... Read More
जब किसी का प्रिय स्वजन मृत्युशैय्या पर हो, तब उसे क्या करना चाहिए? अपने स्वजन की मृत्यु के बाद हमें क्या करना चाहिए। कौन सी समझ रखकर हम शांत और... Read More
सांसारिक जीवन में अध्यात्म कभी आया ही नहीं है। दोनों को अलग ही रखा गया है। यहाँ पर अक्रम विज्ञान ने अध्यात्म को सांसारिक जीवन के केन्द्र में रख दिया... Read More
सांसारिक जीवन में पिता-पुत्र, माता-पुत्र या पुत्री, पति-पत्नी वगैरह के संबंध हैं। इसके अलावा संसार में गुरु-शिष्य का संबंध भी है। यह एक ऐसा संबंध है... Read More
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