अक्रम विज्ञान, एक ऐसा आध्यात्मिक विज्ञान है जो व्यवहार में उपयोगी है और मोक्ष प्राप्ति के लिए एक ‘शार्टकट’ रास्ता है।
अधिक पढ़ें23 फरवरी |
22 फरवरी | to | 24 फरवरी |
दादा भगवान फाउन्डेशन प्रचार करता हैं, अक्रम विज्ञान के आध्यात्मिक विज्ञान का – आत्मसाक्षात्कार के विज्ञान का। जो परम पूज्य दादा भगवान द्वारा बताया गया है।
अधिक पढ़ेंअहमदाबाद से २० की.मी. की दूरी पर सीमंधर सिटी, एक आध्यात्मिक प्रगति की जगह है| जो "एक स्वच्छ, हरा और पवित्र शहर" जाना जाता है|
अधिक पढ़ेंअक्रम विज्ञानी, परम पूज्य दादा भगवान, द्वारा प्रेरित एक अनोखा निष्पक्षपाति त्रिमंदिर।
अधिक पढ़ेंएक तऱफ युवक दीपक अध्यात्म में तीव्रता से प्रगति कर रहे थे, लेकिन दूसरी तऱफ सांसारिक जीवन उसमें बाधक बन रहा था। पूज्य दीपकभाई ने पूज्य दादाश्री को एक पत्र लिखकर ब्रह्मचारी जीवन जीने की इच्छा व्यक्त की। परम पूज्य दादाश्री ने उनकी योग्यता देखकर उन्हें आजीवन ब्रह्मचर्य के आशीर्वाद दिए। और दूसरी तऱफ परिवार में सब से छोटे और एक मात्र अविवाहित होने के नाते पिता का उनके प्रति अत्यधिक राग था। इसलिए अगले १८ साल तक दादाश्री के सिद्धांतों को ध्यान में रखकर उन्होंने खुद के प्रति अपने पिताजी की अपेक्षाओं को समभाव में रहकर पूरा किया, और साथ ही साथ इस अंतर तप से अध्यात्म में और भी अधिक दृढ़ होते गए। उन्होंने अपने बीमार पिता की बहुत सेवा की और अंत में उनके पिताजी ने खुद ही उनसे कहा ‘दीपक तू मेरा सच्चा गुरु है, तूने मुझे मुक्ति का सही मार्ग दिखाया’।
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