मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है?
हमेशा दूसरों का भला करने के बावजूद मुझे ज़िंदगी में दुःख मिलता है और दूसरे मज़े करते हैं। क्यों मेरी ज़िंदगी से दुःख और असफलता दूर होने का नाम ही नहीं लेते? मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है?
जब भी हमें बिना किसी दोष के दुःख भुगतना पड़ता है, तब यह प्रश्न बार-बार होता है कि इसमें मेरी क्या गलती है?
भूल किसकी है? भूल लुटेरे की है या जो लूट गया, उसकी।
यदि आप जानना चाहते हैं कि इस दुनिया में भूल किसकी है, तो उसे ढूँढ निकालें जो भुगत रहा है।
हमें दुःख किस कारण से है?
परम पूज्य दादाश्री सभी शास्त्रों का सार देते हुए बताते हैं कि कुदरत का न्याय किस प्रकार से काम करता है।'भुगते उसीकी भूल'।
A. इन समाचारों में रोज़ आता हैं कि, 'आज टैक्सी में दो आदमियों ने किसीको लूट लिया, फलाँ फ्लेट मेंकिसी... Read More
A. जब हमें बिना किसी भूल के भुगतना पड़ता है, तब हृदय बार-बार द्रवित होकर पुकारता है कि इसमें मेरी क्या... Read More
A. प्रश्नकर्ता : कुछ लोग ऐसे होते हैं कि हम चाहे कितना ही अच्छा बर्ताव करें, फिर भी वे नहीं... Read More
A. यह तो बहू के मन में ऐसा असर हो जाता है कि, मेरी सास मुझे परेशान करती है। यह बात उसे रात-दिन याद... Read More
Q. भूल किसकी? डॉक्टर या रोगी की?
A. डॉक्टर ने मरीज़ को इन्जेक्शन दिया और डॉक्टर घर जाकर चैन से सो गया। लेकिन मरीज़ को तो सारी रात... Read More
Q. कौन सबसे अधिक दुःख भुगतता है?
A. जिसका ज़्यादा दोष, वही इस संसार में मार खाता है। मार कौन खाता है? यह देख लेना। जो मार खाता है, वही... Read More
Q. भगवान दुःख क्यों होने देते हैं?
A. जगत् नियम के अधीन चल रहा है, यह गप्प नहीं है। इसका 'रेग्युलेटर ऑफ द वर्ल्ड' भी है, जो निरंतर इस... Read More
A. लोग सहनशक्ति बढ़ाने को कहते हैं, लेकिन वह कब तक रहेगी? ज्ञान की डोर तो आखिर तक पहुँचेगी, सहनशक्ति... Read More
Q. मेरे दुःखों के लिए ज़िम्मेदार कौन है?
A. भूल किसकी? भुगते उसकी! क्या भूल? तब कहते हैं कि 'मैं चंदूभाई हूँ' यह मान्यता ही आपकी भूल है।... Read More
Q. क्या उचित है और क्या अनुचित?
A. भुगते उसी की भूल, यह 'गुप्त तत्व' है। यहाँ बुद्धि थक जाती है। जहाँ मतिज्ञान काम नहीं करता, वह बात... Read More
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