यह त्रिमंत्र है उसमें पहले जैनों का मंत्र है, बाद में वासुदेव का और शिव का मंत्र है। और यानी सच्चिदानंद में तो हिन्दू, मुस्लिम, विदेशी इन सभी लोगों के मंत्र आ गए ।
इन सभी मंत्रों को साथ बोलें, ये मंत्र निष्पक्षपात रूप से बोलें तब भगवान हम पर खुश होते हैं। एक व्यक्ति का पक्ष लें कि, 'ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय' सिर्फ यही बोला करें तो वे सभी खुश नहीं होंगे। इससे तो सभी देव खुश हो जाते हैं।
जो मत में पड़े हुए हों यह उनका काम नहीं है। मत में से बाहर निकलेंगे, तब काम का है।
कैसे-कैसे लोग हिन्दुस्तान में हैं, अभी भी! पूरा हिन्दुस्तान खत्म नहीं हो गया। यह हिन्दुस्तान पूरा खत्म नहीं हो सकता। यह तो मूलतः आर्यों की भूमि है। और जिस भूमि पर तीर्थंकरों का जन्म हुआ! सिर्फ तीर्थंकर ही नहीं, तिरसठ शलाका पुरुष जिस देश में जन्म लेते हैं, वह देश है यह!
Book Name: त्रिमंत्र (Page # 34 Paragraph #2 to # 5)
A. नमो अरिहंताणम मैं उस प्रभु को नमन करता हूं, जिसने सभी दुश्मनों का नाश कर दिया है,... Read More
Q. त्रिमंत्र का अर्थ क्या है और त्रिमंत्र की आराधना का क्या फायदा है?
A. त्रिमंत्र में जैनों का, वासुदेव का, और शिव का, ये तीनों मंत्र जोड़ दिए हैं। त्रिमंत्र एक... Read More
A. परिचय, अरिहंत भगवान की अरिहंत भगवान का अर्थ है मोक्ष से पहले की अवस्था। ज्ञान में सिद्ध भगवान... Read More
Q. अरिहंत भगवान और सिद्ध भगवान में क्या अंतर है?
A. प्रश्नकर्ता : अरिहंत भगवान यानी चौबीस तीर्थंकरों को संबोधित करके प्रयोग किया है क्या? दादाश्री :... Read More
Q. "आचार्य" में कौन-कौन से गुण होते हैं?
A. प्रश्नकर्ता : 'नमो आयरियाणं'। दादाश्री : अरिहंत भगवान के बताए हुए आचार का जो पालन करते हैं और उन... Read More
Q. "उपाध्याय" में कौन-कौन से गुण होते हैं?
A. प्रश्नकर्ता : 'नमो उवज्झायाणं' विस्तार से समझाइए। दादाश्री : उपाध्याय भगवान। उसका अर्थ क्या होता... Read More
A. प्रश्नकर्ता : 'नमो लोए सव्वसाहूणं' दादाश्री : 'लोए' यानी लोक, तो इस लोक में जितने साधु हैं उन सभी... Read More
A. वासुदेव तो कैसे होते हैं? एक आँख से ही लाखों लोग डर जाएँ ऐसी तो वासुदेव की आँखें होती हैं। उनकी... Read More
Q. यह हमें कैसे पता चलेगा कि किसी को आत्मा की तीव्र इच्छा है?
A. प्रश्नकर्ता : हम कैसे तय कर सकते हैं कि यह आत्मदशा साध रहे हैं या नहीं? दादाश्री : हाँ, हम उसके... Read More
A. प्रश्नकर्ता : ॐ, वह नवकार मंत्र का छोटा रूप है? दादाश्री : हाँ, समझकर ॐ बोलने से धर्मध्यान होता... Read More
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