प्रश्नकर्ता : पुनर्जन्म में कर्मबंध का हल लाने का रास्ता क्या है? हमें ऐसा साधारण मालूम है कि पिछले जन्म में हमने अच्छे या बुरे सभी कर्म किए हुए ही हैं, तो उन्हें हल करने का रास्ता क्या है?
दादाश्री : यदि कोई तुझे परेशान कर रहा हो, तो तू अब समझ जाता है कि मैंने इसके साथ पूर्वजन्म में खराब कर्म किए हैं, उसका यह फल दे रहा है, तो तुझे शांति और समता से उसका निबेड़ा लाना है। खुद से शांति रहती नहीं और वापिस दूसरा बीज डालता है तू। इसलिए पूर्वजन्म के बंधन खोलने का एक ही रास्ता है, शांति और समता। उसके लिए खराब विचार भी नहीं आना चाहिए और मेरा ही हिसाब भोग रहा हूँ, वैसा होना चाहिए। यह जो कर रहा है, वह मेरे पाप के आधार पर ही, मैं मेरे ही पाप भुगत रहा हूँ, वैसा लगना चाहिए, तो छुटकारा होगा। और वास्तव में आपके ही कर्म के उदय से वह दुःख देता है। वह तो निमित्त है। पूरा जगत् निमित्त है, दुःख देनेवाला, रास्ते में सौ डॉलर ले लेनेवाला, सभी निमित्त हैं। आपका ही हिसाब है। आपको यह पहले नंबर का इनाम कहाँ से लगा? इन्हें क्यों नहीं लगता? सौ डॉलर ले लिए, वह इनाम नहीं कहलाता?
Book Name: कर्म का विज्ञान (Page #71 Paragraph #2, #3)
A. प्रश्नकर्ता : कर्म की परिभाषा क्या है? दादाश्री : कोई भी कार्य करो, उसे 'मैं करता हूँ' ऐसा आधार... Read More
Q. क्या हमारे पास कुछ करने की सत्ता है ?
A. दादाश्री : तेरे साथ कभी ऐसा होता है कि तेरी इच्छा न हो फिर भी तुझे वैसा कुछ करना पड़े? ऐसा कुछ... Read More
Q. क्या कर्म आंतरिक कारणों से बंधते हैं ?
A. प्रश्नकर्ता : मनुष्य को कर्म लागू होते होंगे या नहीं? दादाश्री : निरंतर कर्म बाँधते ही रहते हैं।... Read More
Q. बंधन किसे है : शरीर या आत्मा को ?
A. प्रश्नकर्ता : तो फिर अब कर्मबंधन किसे होता है, आत्मा को या देह को? दादाश्री : यह देह तो खुद ही... Read More
Q. कर्मों को नियंत्रित कौन करता है ?
A. प्रश्नकर्ता : तो यह सब चलाता कौन है? दादाश्री : यह सब तो, यह कर्म का नियम ऐसा है कि आप जो कर्म... Read More
Q. भले लोगों को दुःख क्यों उठाने पड़ते हैं?
A. प्रश्नकर्ता : किसी भी रोग के होने के कारण मृत्यु हो, तब लोग ऐसा कहते हैं कि पूर्वजन्म के कोई पाप... Read More
Q. अच्छे और बुरे कर्म सिर्फ मनुष्य जीवन में ही।
A. प्रश्नकर्ता : मनुष्य जन्म में ही कर्म बंधते हैं। अच्छे कर्म भी यहीं पर बँधते हैं न? दादाश्री :... Read More
Q. क्या अच्छें कर्म करके बुरे कर्मों का असर खत्म किया जा सकता है?
A. प्रश्नकर्ता : पाप कर्म और पुण्यकर्म का प्लस-माइनस (जोड़-बा़की) होकर नेट में रिज़ल्ट आता है, भुगतने... Read More
Q. किन परिस्थितियों में कर्म बंधन नही होता?
A. प्रश्नकर्ता : कर्म होने कब रुकते हैं? दादाश्री : 'मैं शुद्धात्मा हूँ' उसका अनुभव होना चाहिए।... Read More
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