जब हम इस खूबसूरत दुनिया को अपने आस-पास देखते हैं, तो हमें अक्सर आश्चर्य होता है कि, 'इस दुनिया को किसने बनाया होगा?'
हमें बताया गया है, 'भगवान ने इस दुनिया को बनाया है!'
लेकिन, हमने भगवान को नहीं देखा है।
इसलिए, हम कल्पना करना शुरू करते हैं कि भगवान कैसे दिखते है। जिसने इस अद्भुत दुनिया को बनाया है, वह खुद कितना अद्भुत होगा?
और क्योंकि हम मनुष्य हैं, हम भगवान की कल्पना मनुष्य के रूप में करते हैं।
जैसे हम दुनिया को अधिक से अधिक देखते हैं, इस सूक्ष्म और विशाल दुनिया की शानदार और परिपूर्ण डिजाइन हमें मंत्रमुग्ध कर देती है, और हम भगवान को सर्वोच्च और परिपूर्ण होने की कल्पना करने लगते हैं!
और जब हम दुनिया भर में होने वाली अप्रत्याशित और असामान्य चीजों को देखते हैं, सुनते हैं और अनुभव करते हैं, वे चीजें जो तार्किक रूप से समझाई या जिसका कारण नहीं दिया जा सकता है, लोग उन्हें भगवान का चमत्कार कहते हैं; और हम कल्पना करते हैं कि भगवान सबसे असाधारण, अलौकिक, दिव्य व्यक्ति है!
समय के साथ, हमारी कल्पना हमारी मान्यताओं में बदल जाती है और आगे जाकर वे मजबूत, दृढ़ विश्वास बन जाते हैं, जिसे हम सत्य मानते हैं।
लेकिन जैसा हम आगे विचार करते हैं और सोचते हैं ...
ऐसा अद्भुत व्यक्तित्व किसने बनाया जिसे हम भगवान कहते हैं? कहाँ और कैसे उनको बनाया गया होगा? ...
यदि भगवान का जन्म हमारे जैसा था, तो इसका मतलब है कि दुनिया पहले से ही अस्तित्व में थी। फिर वह इस दुनिया को कैसे बना सकते हैं?
और यदि यह कहें कि भगवान का जन्म नहीं हुआ, फिर भगवान कहाँ से आए?
यदि भगवान की रचना हुई, तो फिर जिसने भगवान की रचना की उनको किसने बनाया, जिसने भगवान की रचना करने वाले को बनाया तो उनकी रचना किसने की... जल्द ही, प्रश्नों की कभी न खत्म होने वाली सूची हमारे दिमाग पर बमबारी करने लगती है।
लेकिन अगर हम उत्सुकता और गौर से इन सवालों का अनुसरण करें, तो हम धीरे-धीरे वास्तविक तथ्यों पर आएँगे!
हम इस सही समझ को इकट्ठा करना शुरू करेंगे कि भगवान कौन है, किसने भगवान की रचना की, किसने इस संसार की रचना की, एक ही समय में यह संसार सुंदर और क्रूर क्यों है।
ज्ञानी से शुरू करेगे तो बहुत अच्छा होगा (और आप जल्द ही समझ जाएंगे कि उनके माध्यम से ये प्रश्न समाप्त हो जाएंगे) जहाँ से हम इस अभ्यास का प्रयास कर सकते हैं, क्योंकि वह आध्यात्मिक वैज्ञानिक हैं जिनके पास न केवल एक स्पष्ट, सटीक और संतोषजनक स्पष्टीकरण है हमारे सभी प्रश्नों के लिए, बल्कि हमे वास्तविक तथ्यों का अनुभव कराने में भी सक्षम हैं!!
तो, आइए हम भगवान की वास्तविक तस्वीर प्राप्त करें, जिसने उन्हें बनाया है; ज्ञानी की समझ से।
क्या आप जानते हैं कि छह शाश्वत तत्व ब्रह्मांड में हमेशा अस्तित्व में हैं, अर्थात्:
शाश्वत तत्व का अर्थ है कि यह बनाया नहीं गया है और इसलिए इसे नष्ट नहीं किया जा सकता है। यह न तो जन्म लेता है और न ही कभी मरता है। इनमें से किसी भी तत्व की शुरुआत या अंत नहीं है।
आत्मा 6 शाश्वत तत्वों में से एक है। और यही भगवान है!
भगवान वह आत्मा है और यह ब्रह्मांड में रहने वाले प्रत्येक जीव में रहते है। कोई आत्मा नहीं बना सकता और न ही कोई उन्हें नष्ट कर सकता है।
इसलिए, भगवान किसी के द्वारा नहीं बनाए गए है; उन्हें किसी ने नहीं बनाया। भगवान की कोई उत्पत्ति नहीं है, भगवान ही मूल तत्व है। भगवान निर्भर नहीं है, भगवान स्वयं अस्तित्व है। भगवान हमेशा से अस्तित्व में रहे हैं। भगवान सनातन है। केवल शरीर, जिसमें भगवान बसते हैं, वे एक जन्म से दूसरे जन्म में परिवर्तन करते है, ठीक उसी तरह जैसे हम पुराने कोट को बदलते हैं और नया पहनते हैं। भगवान स्वयं अपने अंतर्निहित स्वभाव से, कभी भी बदलाव नहीं होता।
A. आप भगवान की खोज में है। आप भगवान को जानना चाहते हैं। आप भगवान के कार्य को जानना चाहते हैं। आप भगवान... Read More
A. इस दुनिया में, यदि आपने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, तो लोग आपको इंजीनियर कहते हैं; और यदि आप किसी... Read More
Q. क्या भगवान है? भगवान कहाँ है?
A. क्या यह स्वर्ग में है? आकाश में? मंदिर में है? हमारे हृदय में? या कहीं और? भगवान के सही पते को न... Read More
Q. क्या भगवान ने एस दुनिया को बनाया है?
A. तथ्य यह है कि भगवान इस दुनिया के निर्माता बिल्कुल नहीं हैं! अगर हम कहें कि भगवान सृष्टिकर्ता है,... Read More
Q. क्या ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने सामूहिक रूप से सृष्टि का निर्माण किया है?
A. एक धार्मिक मान्यता है कि: ‘ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने सामूहिक रूप से सृष्टि का निर्माण... Read More
Q. क्या वर्तमान में कोई जीवंत भगवान हाज़िर है? वह कहाँ है? वह हमें कैसे मदद कर सकते है?
A. हाँ, वह है! लेकिन इससे पहले कि हम यह अद्भुत जीवंत भगवान के बारे में अधिक जानें, हम कुछ और स्पष्टता... Read More
Q. भगवान को प्रार्थना कैसे करें
A. प्रार्थना एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम भगवान से जुड़ते हैं और उनसे शक्ति प्राप्त कर सकते... Read More
Q. मेरे गलत काम के लिए क्या भगवान मुझे माफ करेंगे या सजा देंगे?
A. यदि आज कोई व्यक्ति चोरी कर रहा है, तो चोरी करने की उसकी क्रिया दृश्यमान कर्म है। इस कर्म का फल इस... Read More
Q. भगवान, मुझे आपकी जरूरत है आप कहाँ हो? भगवान कृपया मेरी मदद कीजिये!
A. बचपन से ही हमें सिखाया जाता है कि भगवान दयालु है, वह क्षमाशील है और वह हमसे बेहद प्यार करते है;... Read More
Q. इश्वर के प्रेम को कैसे प्राप्त करें?
A. भगवान का प्रेम शुद्ध प्रेम है। यह दिव्य प्रेम है और इसीलिए भगवान के प्रेम का प्रताप बहुत अलग... Read More
Q. भगवान पर ध्यान कैसे केन्द्रित करे?
A. बचपन से ही हमें सिखाया जाता है कि हमें भगवान की पूजा करनी चाहिए। और हम विभिन्न माध्यमों जैसे जप,... Read More
Q. मूर्तिपूजा का महत्व क्या है?
A. मूर्तिपूजा हमारे जीवन में बहुत महत्त्व का आधार है! मूर्तिपूजा के पीछे कई कारण और जबरदस्त फायदे हैं।... Read More
A. ईश्वर वह आत्मा है जो आपके भीतर, हमारे भीतर, हर जीव के भीतर रहते है। देह बाहरी पैकिंग है और जो भीतर... Read More
Q. वास्तव में भगवान का अनुभव करने की कुंजी क्या है?
A. क्या आप जानते हैं कि भगवान का अनुभव करने का अर्थ है स्वयं का अनुभव करना, क्योंकि भगवान वही हैं जो... Read More
A. अगर हमें यह पता हो कि भगवान कैसे होते हैं, तब हम यह जान पाएंगें कि हम भगवान जैसे कैसे बन सकते... Read More
Q. अंबा माता और दुर्गा माता कौन हैं?
A. देवी अंबिका, जिन्हें दुर्गा माँ और अम्बे माँ के नाम से भी जाना जाता है, देवी में से एक हैं, जिन्हें... Read More
Q. देवी सरस्वती क्या दर्शाती हैं?
A. माँ सरस्वती ज्ञान कि देवी है! सरस्वती का अर्थ है 'वह जो आत्म-ज्ञान के सार की ओर ले जाती है'। यह... Read More
Q. लक्ष्मीजी कहाँ रहती हैं? उनके क्या कायदे हैं?
A. लक्ष्मीजी देवी हैं, धन की देवी। धन और दौलत की भूख आज पूरी दुनिया को चला रही है। लेकिन पैसे कमाने... Read More
subscribe your email for our latest news and events