जिसका अंतिम समय आ गया हो, उसे इस प्रकार प्रार्थना करनी चाहिए।
'हे दादा भगवान, हे श्री सीमंधर स्वामी प्रभु, मैं मन-वचन-काया ...* (जिसका अंतिम समय आ गया हो वह व्यक्ति, खुद का नाम ले)... तथा ..*.. के नाम की सर्व माया, भावकर्म, द्रव्यकर्म, नोकर्म आप प्रकट परमात्म स्वरूप प्रभु के सुचरणों में समर्पित करता हूँ।
हे दादा भगवान, हे श्री सीमंधर स्वामी प्रभु, मैं आपकी अनन्य शरण लेता हूँ। मुझे आपकी अनन्य शरण मिले। अंतिम घड़ी पर हाज़िर रहना। मुझे उँगली पकड़कर मोक्ष में ले जाना। अंत तक संग में रहना।
हे प्रभु, मुझे मोक्ष के सिवाय इस जगत् की दूसरी कोई भी विनाशी चीज़ नहीं चाहिए। मेरा अगला जन्म आपके चरणों में और शरण में ही हो।
''दादा भगवान ना असीम जय जयकार हो' बोलते रहना।
(इस प्रकार वह व्यक्ति बार-बार बोले अथवा कोई उसके पास बार-बार बुलवाए।)
Book Name: मृत्यु समय, पहले और पश्चात... (End of the Page)
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