लोग पूछते है, ''यह हमारे क्रोध का क्या इलाज करें?'' मैंने कहा, ''अभी आप क्या करते हैं?'' तब कहते हैं, ''क्रोध को दबाते रहते है।'' मैंने पूछा, ''पहचान कर दबाते हो या बिना पहचाने? क्रोध को पहचानना तो होगा न?'' क्रोध और शांति दोनों साथ-साथ बैठे होते है। अब हम क्रोध को नहीं पहचानें और शांति को दबा दें, तो शांति मर जाएगी बल्कि! अतः दबाने जैसी चीज़ नहीं है। तब उसकी समझ में आया कि क्रोध अहंकार है। अब किस प्रकार के अहंकार से क्रोध होता है, इसकी तह़कीकात करनी चाहिए।
इस बेटे ने ग्लास फोड़ा तो क्रोध आ गया, वहाँ हमारा क्या अहंकार है? इस ग्लास का नुकसान होगा, ऐसा अहंकार है। ऩफा-नुकसान का अहंकार है हमारा! इसलिए ऩफा-नुकसान के अहंकार को, उस पर विचार कर के, निर्मूल करो। गलत अहंकार को सँभालकर रखने से क्रोध होता रहता है। क्रोध है, लोभ है, वे सभी तो वास्तव में मूलतः सारे अहंकार ही हैं।
1) क्रोध तो रक्षण था, अज्ञानता में क्रोध से रक्षण होता था।
2) कोई कहे कि क्रोध बंद करना है, तो आज ही क्रोध बंद नहीं होगा। क्रोध बंद करना हो तो किस प्रकार होगा? क्रोध को तो पहचानना होगा, कि क्रोध क्या है? क्यों उत्पन्न होता है? उसका जन्म किस आधार पर होता है? उसकी माँ कौन ? बाप कौन ? सब खोज करने के बाद क्रोध को पहचान पायें।
3) इस भाई पर मुझे क्रोध आता हो तो फिर में निष्कर्ष निकालुं कि इसके उपर जो क्रोध आता है, वह मैं ने पहले उसके दोष देखे थे उसका परिणाम है। अब वह जो जो दोष करे, उसे मन पर नहीं लूँ, तो फिर उसके प्रति जो क्रोध है वह बंद होता जायेगा। पर थोड़े पूर्व परिणाम होंगे, उतना आने के बाद दूसरा आगे बंद हो जायेगा।
क्रोध की समस्या : मैंने अपमानजनक भाषा का उपयोग करके मेरे परिवार के सदस्य या ऑफिस में अन्डरहैन्ड को दुःख दिया है। मैं अपने गुस्से से थक गया हूँ।
दादाका तरीका : आप भी आज़माएँ:जब आपके गुस्से से किसीको दुःख हो जाए, तब आपको पछतावे सहित उस व्यक्ति के आत्मा से माफ़ी माँगनी चाहिए और निश्चय करना चाहिए कि फिर कभी क्रोध नहीं करूँगा। ऐसा आप कुछ बार हदयपूर्वक करें। दादाश्री ने इस प्रार्थना को ''प्रतिक्रमण'' कहा है।
परिणाम : जब आपके सकारात्मक भाव प्रार्थना द्वारा उस व्यक्ति तक पहुँचेंगे, तब आपके प्रति उसकी नाराजगी और द्वेष भाव खत्म हो जाएगा और अगले जन्म में क्रोध के परिणाम नहीं भुगतने पड़ेगे। क्योंकि आपने उसे दोषित देखना छोड़ दिया है इसलिए आप उसके बारे में सही तरीके से सोच पाएँगे।
Book Name: क्रोध (Page #16 Paragraph #3 & #4)
Q. क्या गुस्सा कमज़ोरी है या ताकत?
A. प्रश्नकर्ता : तब फिर मेरा कोई अपमान करे और मैं शांति से बैठा रहूँ तो वह निर्बलता नहीं... Read More
Q. क्रोध क्या है? क्रोध खतरनाक क्यों है?
A. क्रोध यानी खुद अपने घर को आग लगाना। खुद के घर में घास भरी हो और दियासलाई जलाए, उसका नाम क्रोध।... Read More
Q. लोग क्रोधित क्यों हो जाते हैं?
A. आम तौर पर जब अपनी धारणा के अनुसार नहीं होता, हमारी बात सामनेवाला न समझे, डिफरेन्स ऑफ व्यूपोइन्ट हो... Read More
A. जिस क्रोध में तंत हो, वही क्रोध कहलाता है। उदाहरण के तौर पर, पति-पत्नि रात में खूब झगड़े, क्रोध... Read More
Q. हम हमारी क्रोध की समस्याओं को कैसे सुधारें?
A. प्रश्नकर्ता : हम से क्रोध हो जाए और गाली निकल जाए तो किस तरह सुधारें? दादाश्री : ऐसा है कि यह जो... Read More
Q. अपने जीवन में हम क्रोध को कैसे दूर करें?
A. कुछ लोग जागृत होते हैं, वे कहते हैं कि यह क्रोध होता है वह हमें पसंद नहीं है, फिर भी करना पड़ता... Read More
Q. रिश्तों में क्रोध पर कैसे काबू पाएँ?
A. प्रश्नकर्ता : हम क्रोध किस पर करते हैं, ओफ़िस में सेक्रेटरी पर क्रोध नहीं करते और होस्पिटल में नर्स... Read More
Q. मैं अपने क्रोध को कैसे नियंत्रित करूँ?
A. प्रश्नकर्ता : मेरा कोई नज़दीकी रिश्तेदार हो, उस पर मैं क्रोधित हो जाता हूँ। वह उसकी दृष्टि से शायद... Read More
Q. क्या आप क्रोध से मुक्ति चाहते हैं? आत्मज्ञान पाएँ!
A. यह सब आप नहीं चलाते, क्रोध-मान-माया-लोभ आदि कषाय चलाते हैं। कषायों का ही राज है! 'खुद कौन है' उसका... Read More
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