‘एडजस्ट एवरीव्हेर’, यह वाक्य आपके संसार को ‘टॉप’ पर ले जाएगा। व्यवहार को भी ‘टॉप’ पर ले जाए बिना कोई मोक्ष में नहीं गया है। व्यवहार आपको छोड़े नहीं, उलझाता रहे तो आप क्या करोगे? इसलिए व्यवहार को फटाफट सुलझा दो।
परम पूज्य दादा भगवानजो याद आए, उसके लिए प्रतिक्रमण करना चाहिए और जिसकी इच्छा होती है, उसके लिए प्रत्याख्यान करना चाहिए।
परम पूज्य दादा भगवानजिसकी संगत सुधरी, उसका सबकुछ सुधर गया। जिसकी संगत बिगड़ी, उसका सबकुछ बिगड़ गया।
परम पूज्य दादा भगवानजब प्रेमस्वरूप बनोगे तब लोग आपकी सुनेंगे। ‘प्रेमस्वरूप’ कब हुआ जाता है? कायदे-कानून नहीं खोजोगे तब। जगत् में किसी का भी दोष नहीं देखोगे तब।
परम पूज्य दादा भगवान‘सिन्सियर’ रहने से संसार में किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता और (यह गुण) मोक्ष में ले जाता है!
परम पूज्य दादा भगवान‘इमोशनल’ हो जाओगे फिर भी जगत् रुकनेवाला नहीं है और ‘इमोशनल’ नहीं होओगे फिर भी जगत् रुकनेवाला नहीं है। ‘इमोशनलपने’ से ही सिर पर बोझ लगता है। वर्ना जगत् तो चलता ही रहता है, वह कभी भी रुकनेवाला नहीं है।
परम पूज्य दादा भगवानपुण्य के आधार पर आपका पुरुषार्थ मुनाफा लाता है और पुण्य खत्म हो जाए तो वही पुरुषार्थ नुकसान लाता है।
परम पूज्य दादा भगवानकैसी स्टेज प्राप्त होनी चाहिए? ‘अपनी ऐसी बुद्धि उत्पन्न हो जानी चाहिए कि अपने घर में क्लेश कभी भी नहीं हो।’ बाकी सब चलेगा लेकिन अंतरक्लेश नहीं होना चाहिए।
परम पूज्य दादा भगवानsubscribe your email for our latest news and events